History of peer baba in hindi. H/1077 CE in Jilan, Persia.

History of peer baba in hindi H/1077 CE in Jilan, Persia. गावात किंवा गाव बाबा बुडन शाह अली ऐसे पीर हुए जिन्होंने तमाम उम्र दूध का ही सेवन किया इसके अलावा किसी दूसरी वस्तु का सेवन उन्होंने नहीं की। आज जम्मू के साथ साथ बाबा बुडन शाह अली जी की जियारत पंजाब के कीरतपुर और नंदपुर में भी है जहां उन्हें कीरतपुर साहेब व नंदपुर साबेह के रूप में वर्णित किया जाता है। जबकि कहा तो यह भी जाता है कि बाबा बुडन शाह अली जी की आयु 8 Dec 28, 2021 · History of Nakodar Darbar दूसरी तरफ एक अच्छे घराने से ताल्लुक रखने वाला युवक विद्यासागर आद्यात्मिकता की खोज में था। उसे एक मुसि्लम युवती से प्यार Apr 19, 2016 · लखदाता जी ने अपने जीवन का काफी समय धौंकल में गुजारा और बाद में आप शाहकोट आ गए और यहीं पर आपने सय्यद अब्दुल रज़ाक जी की बेटी से शादी की और आप के एक बेटा भी हुआ जिस का नाम सय्यद सिराजुदीन रखा था । उसके बाद आपने दूसरी शादी मुल्तान के राजा घणो पठान जी की बेटी से की । लखदाता जी कई साल अपने पिता जी सय्यद जैनुल आबिदीन, माता आइशा जी और भाईओं के साथ शाहक May 15, 2018 · Peeran e Peer Dastgir Ghaus e Azam Shayk Abdul QAdir Jilani ( R. सैयद अली गौस शाह तिर्मिज़ी जिन्हें पीर बाबा के नाम से जाना जाता है, पाकिस्तान के बुनेर क्षेत्र से 16 वीं शताब्दी के सूफी संत थे। इतिहास के अनुसअर पीर बाबा मुग़ल सम्राट हुमायूं के दौर के है । भक्तों ने पीर बाबा के सम्मान में बुनेर में पीर बाबा के सूफी मकबरे का निर्माण किया है। पीर बाबा दरगाह के वर्तमान कार्यवाहक पीर बाबा सैयद हुसैन शाह हैं। वह पै Aug 27, 2021 · आज पीर बाबा कांजू साहिब ( Peer Baba Kanju Sahib ) की दरगाह पर हर वीरवार को हजारों लोग हाजिरी लगाते है और अपने मन की मुरादे पूरी करते है। इस दरगाह में पीर बाबा की जियारत के पास एक अन्य फकीर की कब्र भी है जो कि पीर बाबा कांजू की सेवा करते हुए लोगों की तकलीफों को दूर करते थे और करीब डेढ़ सौ वर्ष पूर्व अपना शरीर छोड़ने से पहले उन्होंने कहा था कि उ #BolBhidu #PeerBaba #PeerbabaHistoryपीराची जत्रा हाय गावाकडं. . A. ) is the most universally acclaimed saint of all times and the most celebrated qutbRabbani and Ghaus e Azam(the greatest helper), Sayyidi wa Imami Shaykh-ul-AkbarAbu Muhammad Abdul Qadir Jilani, Radhi Allahu Anh was born in Ramadan 470 A. ' गावोगावच्या जत्रा सुरू झाल्या की हमखास कानावर पडणारं वाक्य. यायला लागतंय बघ. bilip hitg fowo klp hpuinbt gcoqekz phvilbyx rixlbo fobgdyo xjyd